कोरोना: 5,000 अरब डॉलर देंगे जी-20 देश

नई दिल्ली । दुनिया कोरोना वायरस की महामारी का सामना कर रही है। इस बीच प्रधानमंत्री ने गुरुवार को शक्तिशाली जी-20 समूह का आह्वान किया कि वे वैश्विक समृद्धि और सहयोग के केंद्र में आर्थिक लक्ष्य के बजाय मानव को रखें। सरकारी सूत्रों ने बताया कि जी-20 समूह के नेताओं को वीडियो कांफ्रेंसके जरिए संबोधित करते हुए मोदी ने वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)जैसे संगठनों की क्षमता बढ़ाने के अलावा नया संकट प्रबंधन दिशानिर्देश और प्रक्रिया बनाने की वकालत की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी-20 को कोरोना वायरस की महामारी के चलते उत्पन्न हालात को देखते हुए गरीब देशों की आर्थिक परेशानी को कम करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनिया में करीब 21 हजार लोगों की मौत हो चुकी है और चार लाख 70 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। मोदी ने पूरे मानवता की बेहतरी के लिए नये वैश्विकरण का आह्वान किया और रेखांकित किया कि चिकित्सा शोध मुफ्त और सभी देशों के लिए उपलब्ध होना चाहिए। जी20 देशों के नेताओं ने कोरोना वायरस से फैली वैश्विक महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए इससे लड़ने के लिये विश्व की अर्थव्यवस्था में पांच हजार अरब डॉलर खर्च करने का बृहस्पतिवार को ऐलान किया। चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस संक्रमण लगभग पूरे विश्व को अपने चपेट में ले चुका है। इसके कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की दहलीज पर पहुंच गयी है। इसी के मद्देनजर सऊदी अरब के सुल्तान किंग सलमान की अध्यक्षता में जी20 देशों की आपातकालीन बैठक हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग वीडियो कांफ्रेंस के जरिये शामिल हुए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 देशों की इस बैठक को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित किया। उन्होंने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से फैली महामारी से लड़ने के लिये जी20 नेताओं से ठोस योजना बनाने का आह्वान किया। उन्होंने वैश्विक समृद्धि व सहयोग दृष्टिकोण के केंद्र में संपूर्ण मानव जाति को रखने पर जोर दिया।’’